tag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post7487635672329922422..comments2023-08-12T16:22:34.016+05:30Comments on nazariya.....नजरिया.....: वृंदा और कंचन का विलाप कानों में गूंजता है.......!Pawan Kumarhttp://www.blogger.com/profile/08513723264371221324noreply@blogger.comBlogger30125tag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-37606865288408951952010-05-02T20:28:46.816+05:302010-05-02T20:28:46.816+05:30छत्तीसगढ आपसे और आप छत्तीसगढ से इस तरह जुडे पढकर...छत्तीसगढ आपसे और आप छत्तीसगढ से इस तरह जुडे पढकर दहल गयाा ऐसा तो शायद उस दिन भी महसूस नहीं हुआ थ, जिस दिन रायपुर के अखबारों में इस हादसे की खबर छपी थीाRahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-29375074370609847612010-04-16T00:13:17.480+05:302010-04-16T00:13:17.480+05:30बहुत दुखद घटना का दिन था वो । जो बिछड़ गये, उनमे से...बहुत दुखद घटना का दिन था वो । जो बिछड़ गये, उनमे से कोई भाई, कोई बेटा, कोई शौहर रहा होगा । जाने कब इन्सानियत की जीत होगी । वो सुबह कभी तो आयेगी। जय हिन्द ॥dipayanhttps://www.blogger.com/profile/07385176375960362837noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-55269402002225122502010-04-15T19:39:30.682+05:302010-04-15T19:39:30.682+05:30Aankh Nam hai .........
is kaale din ko kabhi koi...Aankh Nam hai .........<br /><br />is kaale din ko kabhi koi nahi bhula paayegaश्रद्धा जैनhttps://www.blogger.com/profile/08270461634249850554noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-71621851896008051852010-04-15T15:24:51.392+05:302010-04-15T15:24:51.392+05:30देश के लिए ६ अप्रैल का दिन दुखद है. टी वी पर भी दे...देश के लिए ६ अप्रैल का दिन दुखद है. टी वी पर भी देखा ये सब पर आपकी पोस्ट पढ़ कर मन व्यथित हो गया बस मौन ही रहना चाहूंगी ...<br /> अमर शहीद अवधेश, प्रवीन को भावभीनी श्रधांजलि|रचना दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/10298077073448653913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-32992256073953464242010-04-15T08:19:39.744+05:302010-04-15T08:19:39.744+05:30sabhi shahidon ko sat sat bar naman. Ishwar unke p...sabhi shahidon ko sat sat bar naman. Ishwar unke parivar valon ko si dukh ko sahane ki shakti de.Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/03377809310220277108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-3790352324736737292010-04-14T00:04:27.142+05:302010-04-14T00:04:27.142+05:30सचमुच एक काला दिन था ६ अप्रेल| दिवन्गतों को मेरी भ...सचमुच एक काला दिन था ६ अप्रेल| दिवन्गतों को मेरी भावभीनी श्रद्धान्जलि|शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-40468800811666808772010-04-13T19:35:21.267+05:302010-04-13T19:35:21.267+05:30Jo afsaar Naxal wadi ilaqonko jante hain, unki sal...Jo afsaar Naxal wadi ilaqonko jante hain, unki salah gruhmantralay padhata tak nahi...aisi ghatna ghat jati hai, log/mantri aavesh me bol jate hain, aur phir wahee purani chal bedhangi! <br />Kendreey reserve police naxalwadiyon ka thaur thikana kaise jaan saktuii hai?<br />Aalekh padh man udvign ho gaya..kshamahttps://www.blogger.com/profile/14115656986166219821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-37430653587213381402010-04-13T19:17:22.899+05:302010-04-13T19:17:22.899+05:30Bhai mere, in mardooto ki jitni bhi bhartsna kee j...Bhai mere, in mardooto ki jitni bhi bhartsna kee jaye kam hai!<br />Lekin, ye dhoti wale bhi kam nahin!सूफ़ी आशीष/ ਸੂਫ਼ੀ ਆਸ਼ੀਸ਼https://www.blogger.com/profile/11282838704446252275noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-47783356344075616622010-04-13T01:49:39.275+05:302010-04-13T01:49:39.275+05:30waakai ye dinaak nahi bhoola jaa sakta ,darnaak gh...waakai ye dinaak nahi bhoola jaa sakta ,darnaak ghatna ,un sabhi jawaano ko shat shat naman ,marmikज्योति सिंहhttps://www.blogger.com/profile/14092900119898490662noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-24386680809098026562010-04-11T20:20:35.513+05:302010-04-11T20:20:35.513+05:30पवन भाई, आपकी इस पोस्ट ने आत्ममंथन करने को मजबूर क...पवन भाई, आपकी इस पोस्ट ने आत्ममंथन करने को मजबूर कर दिया. पिछले ही सप्ताह की हिंदी आउटलुक पत्रिका में अरुंधती राय का नक्सल प्रदेशों की यात्रा कर के लिखा गया आलेख पढ़ा था. उनकी सहानुभूति पूरी तरह नक्सलों के साथ थी. और दूसरी तरफ वैसे लोग है जो इस समस्या को पूरी तरह कानून की समस्या के रूप में देखते हैं. नक्सल समस्या से निपटने के लिए सशस्त्र करवाई के साथ पिछड़े छेत्रों के विकास की दोहरी नीति अपनाये बिना काम नही चलेगा. इस जघन्य कांड में मारे गए जवानों को मेरी विनम्र श्रधांजलि .KESHVENDRA IAShttps://www.blogger.com/profile/08624176577796237545noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-11346024885360463922010-04-10T15:05:05.519+05:302010-04-10T15:05:05.519+05:30६ अप्रैल वाकई दुखद है ...सभी शहीदों को, प्रवीन को ...६ अप्रैल वाकई दुखद है ...सभी शहीदों को, प्रवीन को भावभीनी श्रधांजलि ..दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-19105830498650143162010-04-10T07:49:09.087+05:302010-04-10T07:49:09.087+05:30उस हृदय-विदारक घटना को भूलने में वक्त लगेगा इस देश...उस हृदय-विदारक घटना को भूलने में वक्त लगेगा इस देश को ! अनुभूति चीत्कार कर उठी थी खबर सुनकर ! <br />प्रविष्टि ने उस अनुभव को आत्मसात कर लिया है, वह दृश्य भी, विलाप भी ! छ्लक रहा हूं बार-बार ! <br />शहीदों को श्रद्धांजलि !Himanshu Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/04358550521780797645noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-89593671865593316542010-04-09T15:19:04.316+05:302010-04-09T15:19:04.316+05:30करूण क्रंदन...
शहीदों को श्रद्धांजलि ...!!करूण क्रंदन...<br /><br /><br />शहीदों को श्रद्धांजलि ...!!36solutionshttps://www.blogger.com/profile/03839571548915324084noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-33105115518191874522010-04-09T14:26:39.144+05:302010-04-09T14:26:39.144+05:30बार-बार प्रवीन की पत्नी वृंदा का विलाप और अवधेश की...बार-बार प्रवीन की पत्नी वृंदा का विलाप और अवधेश की चौदह वर्षीय बेटी कंचन का करुण क्रंदन कानों में गूंजता रहा ...........<br /><br />ओह......दिल दहला देने वाली घटना है यह ......!!<br /><br />रब्ब से दुआ है परिवार जनों को इस स्थिति से सामना करने के लिए हिम्मत और हौंसला दे .....!!हरकीरत ' हीर'https://www.blogger.com/profile/09462263786489609976noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-47995621637145828792010-04-09T13:30:33.012+05:302010-04-09T13:30:33.012+05:30ना ही इस हृदय विदारक घटना के लिये शब्द थे और न ही ...ना ही इस हृदय विदारक घटना के लिये शब्द थे और न ही आपकी पोस्ट के लिये...!<br /><br />बस उसी दिन से मन व्यथित है....!कंचन सिंह चौहानhttps://www.blogger.com/profile/12391291933380719702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-59925151275864649502010-04-09T12:39:21.211+05:302010-04-09T12:39:21.211+05:30अत्यन्त दुखद घटना ,शहीदों को श्रद्धांजलि ।किसी घटन...अत्यन्त दुखद घटना ,शहीदों को श्रद्धांजलि ।किसी घटना के वारे मे सुनना देखना या पढना अलग बात है लेकिन घटना अपने गांव या नगर की हो ,अपनों से सम्बन्धित हो तो पीडा और बढ़ जाती है ।प्रबीण जिनकी माता का बचपन मे ही स्वर्गबास हो चुका हो पांच छ: साल पूर्व शादी हुइ हो ,पत्नी मां बनने वाली हो जब हम पाठको का सोच सोच कर बुरा हाल हो रहा है तो जिन घर वालो पर यह मुसीबत आई उन्का क्या हाल हो रहा होगा ।और अवधेश जिनके बेटे की शादी होने वाली हो । आपने किस बोझिल मन से पोस्ट लिखी होगी उस परिस्थिति को समझा जा सकता है । सिवाय धीरज धारण करने के और किया भी क्या जा सकता हैBrijmohanShrivastavahttps://www.blogger.com/profile/04869873931974295648noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-27913873363051517332010-04-09T12:13:44.965+05:302010-04-09T12:13:44.965+05:30आपकी यह पोस्ट ने अंतर्मन को हिला दिया....आपकी यह पोस्ट ने अंतर्मन को हिला दिया....डॉ. महफूज़ अली (Dr. Mahfooz Ali)https://www.blogger.com/profile/13152343302016007973noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-23811233194479622972010-04-09T05:33:23.128+05:302010-04-09T05:33:23.128+05:30गोलियां दोनों ओर से ही चली होंगी ...
मरने वाले और ...गोलियां दोनों ओर से ही चली होंगी ...<br />मरने वाले और मारने वाले एक दूसरे के भाई ही रहे होंगे ...<br /><br />बहुत दुखद ....!!वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-64495048469843678982010-04-08T23:52:19.476+05:302010-04-08T23:52:19.476+05:30अंत में , टाइपिंग मिस्टेक = 'निकालनी' को &...अंत में , टाइपिंग मिस्टेक = 'निकालनी' को 'निकलनी' पढ़ा जाय .. क्षमा !Amrendra Nath Tripathihttps://www.blogger.com/profile/15162902441907572888noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-32040791140824597542010-04-08T23:46:00.180+05:302010-04-08T23:46:00.180+05:30स्तब्ध कर देने वाली घटना है ...
सबसे बड़ा 'फे...स्तब्ध कर देने वाली घटना है ... <br />सबसे बड़ा 'फेल्योर' तो सरकार का दिखता है .. पब्लिक को पब्लिक ही मार <br />रही है .. कोई विदेशी आतंकवादी नहीं आकर यह कार्य कर रहे हैं .. जनता का <br />विश्वास सरकार पर दो तरह से उठ रहा है ---<br />१) .. पहला यह कि सरकारी तंत्र से आस्था उठ रही है कि वह लापरवाही से <br />मुद्दे को देख रही है ... हमारे गृह मंत्री जी बस इतना कह कर मुंह छुपा लेते हैं <br />कि 'सोरी,चूक हो गयी' .. सैनिक भी पस्त हौसला होते हैं .. आखिर घर उजाड़ना <br />कैसे कोई बर्दास्त करेगा .. वृंदा और कंचन का विलाप वस्तुतः सरकार की <br />मूक - कार्यशैली को रेखांकित करती है .. जाने कितने विलाप और हो रहे हैं , कौन <br />सुनता है इनकी ... कुछ समय बाद सब आयी गयी हो जाती है .. दुखद है जनता का <br />'तंत्र' से विश्वास उठना ..<br />२) .. जिन क्षेत्रों में नक्सल हैं वहाँ की जनता भी इन नक्सलों की 'समानांतर सरकार'<br />में ज्यादा विश्वास करने लगी है , वह इनको 'लेवी' देकर ज्यादा सुरक्षित महसूस <br />करती है .. यह सरकारी तंत्र की दूसरी विफलता है ..<br />---------- अगर इन सबपर ध्यान न दिया गया तो मुल्क को बाहरी नहीं भीतरी <br />ताकतें ही कमजोर कर देंगी , ध्यान रहे कि इन विघटनकारी तत्वों को सहायता <br />देने में देश के शातिर पड़ोसी भी नहीं चूकते हैं .. समस्या दिनोदिन बढ़ रही हैं , हम सब <br />असहाय से हैं .. दुःख होता है कि हमें अभी जाने कितना 'वृंदा और कंचन का विलाप' <br />सुनना पडेगा , दुष्यंत याद आते हैं ---<br />'' हो गयी है पीर पर्वत सी पिघलनी चाहिए ,<br />इस हिमालय से कोई गंगा निकालनी चाहिए | ''Amrendra Nath Tripathihttps://www.blogger.com/profile/15162902441907572888noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-31954772735654214452010-04-08T21:57:06.198+05:302010-04-08T21:57:06.198+05:30इस घटना के बारे में जितना पढ़ता हूँ, जितना महसूस क...इस घटना के बारे में जितना पढ़ता हूँ, जितना महसूस करता हूँ, दुःख होता है. जो आपने देखा वह कितना करूण होगा..! सोंच कर ह्रदय दहल जाता है।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-89921463159964426652010-04-08T20:24:36.174+05:302010-04-08T20:24:36.174+05:30६ अप्रैल का दिन वाकई दुखद है!
सभी शहीदों को श्रद्ध...६ अप्रैल का दिन वाकई दुखद है!<br />सभी शहीदों को श्रद्धांजलि!Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-46861467130296301262010-04-08T20:14:02.557+05:302010-04-08T20:14:02.557+05:30ठीक लिखा है आपने. एक टिप्पणी जो कई जगह दी यहां भी ...ठीक लिखा है आपने. एक टिप्पणी जो कई जगह दी यहां भी पोस्ट कर रहा हूं, यदि अन्यथा न लें.<br />पूरे देश में नक्सल वाद फैलने वाला है और देश गृहयुद्ध की भट्टी में जलने वाला है..<br />शोषण, पक्षपात, अन्याय, गरीबी, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, नेताओं का देश को विध्वंस करने का रवैया<br />अफसरों का राजाओं जैसा व्यवहार<br />कानून को पंगु बनाने वाले लोग...<br />माननीय बहुत जल्द यह पूरे देश में फैलेगा बस चेहरे अलग होंगे.<br /><br />और दूसरा शहीदों के लिये<br />हे सैनिक मर<br /><br />मर जायेगा तो क्या जायेगा ?<br />वोट बैंक भी तो नहीं है<br />फिर क्या पता कितने अपने कितने विपक्षियों के होते<br />हो सकता है कि साम्प्रदायिक होते,<br />धर्मनिरपेक्षियों के लिये न होते...<br />इसलिये मर..<br />आत्मा है अजर, अमर<br />इस पर विश्वास कर...<br />मर..<br /><br />मरेगा तभी तो शहीद का दर्जा पायेगा...<br />तभी तो वादा कर पायेंगे तेरे बुत लगाने का..<br />एक पेट्रोल पम्प दिलाने का...<br />तू मरेगा तभी तो नोबेल शांति का हमें मिलेग..<br />शांति की जमीन पर ही तो खड़ा होता है दोस्ती का महल..<br />चल घर से निकल, टहल..<br />अपनी चेकपोस्ट पर पहुंच,<br />सीमा पर पहरेदारी कर,<br />और इंतजार कर,<br />दुश्मन की गोली का,<br />नेताओं की बेशर्म ठिठोली का,<br />घर से निकल,<br />बाजार चल, यात्रा कर,<br />और फिर इंतजार कर,<br />बम के फटने का, एक दुर्घटना घटने का,<br />कफन का, भाषण का..<br />नेताओं की कुटिल राजनीति के<br />राशन का.<br />मर.भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-23214713417132313212010-04-08T19:59:02.732+05:302010-04-08T19:59:02.732+05:30भावभीनी श्रद्धांजलि.भावभीनी श्रद्धांजलि.Rangnath Singhhttps://www.blogger.com/profile/01610478806395347189noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-21023236819991168332010-04-08T19:45:23.486+05:302010-04-08T19:45:23.486+05:30इस देश को धीरे धीरे बिखरते देख क्रोध अपर अपनी विवश...इस देश को धीरे धीरे बिखरते देख क्रोध अपर अपनी विवशता देख हताशा होती है ....आदमी का इस्तेमाल कर उसे दूसरो की जान लेने के लिए तैयार करना .मुझे नहीं मालूम ये कैसी क्रांति है ओर कौन इसके लम्बर दार है .पर अभी तो आज़ादी हुए सौ साल भी नहीं हुए....डॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.com