tag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post8502226459192490400..comments2023-08-12T16:22:34.016+05:30Comments on nazariya.....नजरिया.....: जियारत ख्वाजा चिश्ती साहब की दरगाह पर......!Pawan Kumarhttp://www.blogger.com/profile/08513723264371221324noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-9708202994352318202010-01-17T08:39:15.104+05:302010-01-17T08:39:15.104+05:30हमारी उत्कंठा भी जागृत हो गयी है हाजिरी लगाने के ल...हमारी उत्कंठा भी जागृत हो गयी है हाजिरी लगाने के लिये वहाँ । <br />बेहद सुन्दर प्रविष्टि ।Himanshu Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/04358550521780797645noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-29146343163728567002010-01-10T16:20:51.768+05:302010-01-10T16:20:51.768+05:30अभी तक मुझे मौका तो नहीं मिला है, अब आपकी ये पोस्ट...अभी तक मुझे मौका तो नहीं मिला है, अब आपकी ये पोस्ट पढ़कर प्रेरित हुआ हूं कि अगली बार प्रयास जरुर करता हूं इस मशहूर जियारत पर जाने की...गौतम राजऋषिhttps://www.blogger.com/profile/04744633270220517040noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-6475613153966972102010-01-06T23:11:50.951+05:302010-01-06T23:11:50.951+05:30नए साल की शुभकामनायें ! उनका सन्देश जन-जन अपनाए तो...नए साल की शुभकामनायें ! उनका सन्देश जन-जन अपनाए तो फिर क्या बात हो.Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-73966591332005368312010-01-06T21:12:20.971+05:302010-01-06T21:12:20.971+05:30LAJAWAAB DRESHY KAHINCHA HAI AAPNE CHISHTI KI DARG...LAJAWAAB DRESHY KAHINCHA HAI AAPNE CHISHTI KI DARGAAH KA ..... BAHU LAJAWAAB ... AAP KISMAT WAALE HAIN ....दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-44955180474118002412010-01-06T20:04:31.615+05:302010-01-06T20:04:31.615+05:30आज ही घर से लौटा हूँ ..
नए साल की शुभकामनाएँ ..
ख्...आज ही घर से लौटा हूँ ..<br />नए साल की शुभकामनाएँ ..<br />ख्वाजा मोइनुद्दीन की तरह पाक चिश्तिया-पोस्ट <br />बड़ी अच्छी लगी ..<br />ध्वनित होने लगा ---<br />'' मैं तो दीवानी ..<br />......... ख्वाजा की दीवानी '' ........ आभार ,,,Amrendra Nath Tripathihttps://www.blogger.com/profile/15162902441907572888noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-42986779774171056202010-01-06T19:57:16.321+05:302010-01-06T19:57:16.321+05:30हम भी हाजिरी लगा आये थे . एक रुहानी सकून तो मिल्ता...हम भी हाजिरी लगा आये थे . एक रुहानी सकून तो मिल्ता ही है वहां . इरादे रोज़ बनते है टूट जाते है वहा वही जाता है जिसे ख्वाजा बुलाते हैdhiru singh { धीरेन्द्र वीर सिंह }https://www.blogger.com/profile/06395171177281547201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-4031260012206040202010-01-06T19:30:38.744+05:302010-01-06T19:30:38.744+05:30ख्वाज़ा हज़रत मोईनुद्दीन चिश्ती भारत में सांस्कृति...ख्वाज़ा हज़रत मोईनुद्दीन चिश्ती भारत में सांस्कृति और सामाजिक सदभाव के सबसे बेहतरीन प्रतीक हैं.इसमें कोई संदेह नहीं है कि जैसे-जैसे समाज में घ्रणा और साम्प्रदायिकता बढ़ती जा रही है वैसे-वैसे ख्वाज़ा हज़रत मोईनुद्दीन चिश्ती की प्रासंगकिता बढ़ती जा रही है.VOICE OF MAINPURIhttps://www.blogger.com/profile/16674110616508901300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-88996160742052090382010-01-06T11:13:50.094+05:302010-01-06T11:13:50.094+05:30Realy how beautifully u described and we came to k...Realy how beautifully u described and we came to know more about ....<br /><br />While reading ur article one of the famous sentence coming into my mind which suits to this article and probably u will also like <br /><br />"Trusting in GOD won't make the mountain smaller,<br />but will make climbing easier.<br /><br />Do not ask him for a lighter load but ask him for a " STRONGER BACK"<br /><br />regards<br /><br />Vijay, NTPC-SingrauliVijayhttps://www.blogger.com/profile/12916042848936207263noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-38927230681597386402010-01-06T11:12:25.251+05:302010-01-06T11:12:25.251+05:30बंधू आपकी बात से मैं पूरी तरह सहमत हूँ की जो स्वर्...बंधू आपकी बात से मैं पूरी तरह सहमत हूँ की जो स्वर्गिक अनुभव दरगाह शरीफ में होता है उसे कहीं और नहीं अनुभव किया जा सकता है . लेकिन सिर्फ एक बात का रंज रह जाता है की जब दरगाह शरीफ के अन्दर जाते है तो लोग जो की दरगाह के अन्दर है पैसे के लिए इस कदर हाय तौबा मचाते है की सब ख़ुशी काफूर हो जाती है ऐसा लगता है की खुदा के घर भी शैतान बसते है लोग दूर -दूर से अपने पिया ख्वाजा साहब की जियारत को आते है लेकिन यह लोग पूरा मजा ख़राब कर देते है जो नुरानी अहसास होता है उसमे यह लोग भंग डाल देते है . लेकिन फिर भी कोई रंज नहीं होता क्योंकि अपने ख्वाजा से मिलना सचमुच सुखद अनुभव है. अजमेर वाकई शानदार जगह है . हाँ आपकी जानकारी के लिए एक बात जोड़ना चाहता हूँ की एक रिवाज़ है की खवाजा साहब से मिलाने से पहले उनके मामू हजरत खवाजा खानुन साहब की जियारत की जाती है जिनकी दरगाह ग्वालिअर में है वोह भी बहुत ही सुकून देने वाली जगह है रूह को जो शांति मिलती है उसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है .<br />आपने अपने लेख में एक जगह महान सूफी संत हजरत निजामुद्दीन औलिया साहब का जिक्र किया है जिनकी दरगाह दिल्ली में है ना की अजमेर मेंeklavyahttps://www.blogger.com/profile/09493893582594442182noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-89582494958102257882010-01-06T11:11:52.396+05:302010-01-06T11:11:52.396+05:30बहुत सुन्दर वर्णन ख्वाज़ा मोईनुद्दीन चिश्ती की दर...बहुत सुन्दर वर्णन ख्वाज़ा मोईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह का <br />पढ़ कर एसा लगा मानो यह सौभाग्य हमें यहीं बैठे -२ प्राप्त हो<br />गया हो एसा वर्णन तो सिर्फ आप ही कर सकते है |<br />बहुत -२ आभार एवम<br /> नव वर्ष की हार्दिक शुभ कामनाएं .............Pushpendra Singh "Pushp"https://www.blogger.com/profile/14685130265985651633noreply@blogger.com