tag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post9023212971137010833..comments2023-08-12T16:22:34.016+05:30Comments on nazariya.....नजरिया.....: "आइस ब्रेकिंग" ग़ज़ल......!Pawan Kumarhttp://www.blogger.com/profile/08513723264371221324noreply@blogger.comBlogger20125tag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-65448979111980562352010-07-09T04:48:22.819+05:302010-07-09T04:48:22.819+05:30यह कच्ची ( जैसा कि आपने लिखा है ) गजल भी कितनी पकी...यह कच्ची ( जैसा कि आपने लिखा है ) गजल भी कितनी पकी सी है !<br />अब कुछ उर्दू शब्दों का शब्द ज्ञान बढ़ाना होगा , नहीं तो आस्वादन और <br />चिंतन दोनों नहीं कर पाउँगा ! आभार !Amrendra Nath Tripathihttps://www.blogger.com/profile/15162902441907572888noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-68663193323334206452010-07-06T12:59:03.461+05:302010-07-06T12:59:03.461+05:30Sir,
पहली बार भाभी जी ग़ज़ल आपके पोस्ट पर पढने क...Sir,<br /><br />पहली बार भाभी जी ग़ज़ल आपके पोस्ट पर पढने को मिली और ग़ज़ल के प्रति उनकी चाहत की अनुभूति हुई. आप शब्दों के चयन और व्याकरण का हवाला देकर जज्बात को कम नहीं कर सकते क्योकि किसी मशहूर shyaar ( नाम नहीं याद आ rahan ) हैं:-<br /><br /><br />"तेरे चिराग अलग, मेरे चिराग अलग,<br />मगर उजाला तो फिर भी अलग नहीं होगा "<br /><br />regards/vijayVijayhttps://www.blogger.com/profile/12916042848936207263noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-21496490597893796972010-07-05T22:11:49.558+05:302010-07-05T22:11:49.558+05:30उम्दा गज़ल है भाभी जी को बधाई कहें ।उम्दा गज़ल है भाभी जी को बधाई कहें ।शरद कोकासhttps://www.blogger.com/profile/09435360513561915427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-8294647139022437282010-07-05T19:54:20.253+05:302010-07-05T19:54:20.253+05:30huzoor
bahut hi achhee gzl padhvaaee aapne
har sh...huzoor <br />bahut hi achhee gzl padhvaaee aapne<br />har sher kisi shaayar ke zehn se nikalaa huaa .... !!daanishhttps://www.blogger.com/profile/15771816049026571278noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-61314248993415973922010-07-04T08:29:37.594+05:302010-07-04T08:29:37.594+05:30अरे वाह-वाह पवन साब...मैम ने तो कमाल कर दिया है। ऊ...अरे वाह-वाह पवन साब...मैम ने तो कमाल कर दिया है। ऊपर वाले ने एकदम चुन कर आपदोनों को मिलवाया है...<br /><br />मैम को सैल्युट है। मतले ने और इस मिस्रे ने खासकर "इन्ही लम्हों से सदियों का निकलता रास्ता है" मन मोह लिया है।<br /><br />कैसी चल रही है मसूरी में? पुराने ट्रेनिंग के दिन याद आ रहे होंगे... ;-)गौतम राजऋषिhttps://www.blogger.com/profile/04744633270220517040noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-27756730115964875612010-07-04T05:37:35.504+05:302010-07-04T05:37:35.504+05:30खूबसूरत!खूबसूरत!सूफ़ी आशीष/ ਸੂਫ਼ੀ ਆਸ਼ੀਸ਼https://www.blogger.com/profile/11282838704446252275noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-50047139778357990182010-07-02T18:30:27.432+05:302010-07-02T18:30:27.432+05:30बढ़िया ग़ज़ल !
अब यह बताइए जनाब ..............तबियत...बढ़िया ग़ज़ल !<br /><br />अब यह बताइए जनाब ..............तबियत कैसी है अब ??शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-52058880309412036272010-07-02T13:14:03.354+05:302010-07-02T13:14:03.354+05:30बहुत खूब , सुन्दर पंक्तियाँ
हवाओं का दरख्तों से म...बहुत खूब , सुन्दर पंक्तियाँ <br />हवाओं का दरख्तों से मुसलसल राब्ता है<br />कि उसकी याद का खुश्बू से जैसे वास्ता है !!शारदा अरोराhttps://www.blogger.com/profile/06240128734388267371noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-48596330899471791122010-07-02T11:01:19.325+05:302010-07-02T11:01:19.325+05:30बहुत खूबसूरत।बहुत खूबसूरत।नीरज मुसाफ़िरhttps://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-37843023799529418062010-07-01T22:11:30.988+05:302010-07-01T22:11:30.988+05:30बहुत ही ख़ूबसूरत और नाज़ुक़ शायरी है
मज़ा आ गया!बहुत ही ख़ूबसूरत और नाज़ुक़ शायरी है<br />मज़ा आ गया!Himanshu Mohanhttps://www.blogger.com/profile/16662169298950506955noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-50663721524945121242010-07-01T20:47:43.038+05:302010-07-01T20:47:43.038+05:30तेरी चाहत के दरिया में उतर कर सोचते हैं
कि इसके बा...तेरी चाहत के दरिया में उतर कर सोचते हैं<br />कि इसके बाद भी जीने का कोई रास्ता है !!<br /><br />क्या खूब कहा...उम्दा प्रस्तुति..बधाईविनोद कुमार पांडेयhttps://www.blogger.com/profile/17755015886999311114noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-77677834695390469602010-07-01T20:44:48.287+05:302010-07-01T20:44:48.287+05:30तेरी चाहत के दरिया में उतर कर सोचते हैं
कि इसके बा...तेरी चाहत के दरिया में उतर कर सोचते हैं<br />कि इसके बाद भी जीने का कोई रास्ता <br />bahut khoobsoorat gazalsonalhttps://www.blogger.com/profile/03825288197884855464noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-89079746820339352522010-07-01T20:38:42.699+05:302010-07-01T20:38:42.699+05:30अब यह बतायें कि आपने अपनी उनसे सीखा है या आपकी उन्...अब यह बतायें कि आपने अपनी उनसे सीखा है या आपकी उन्होंने आपसे...<br />वैसे भाव बढ़िया हैं...भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-50890259579580528972010-07-01T19:40:59.045+05:302010-07-01T19:40:59.045+05:30तेरी चाहत के दरिया में उतर कर सोचते हैं
कि इसके बा...तेरी चाहत के दरिया में उतर कर सोचते हैं<br />कि इसके बाद भी जीने का कोई रास्ता है !..<br />वाह क्या खूबसूरत शेर हैं । आपकी शरीके हयात को बहुत बहुत बधाई शुभकअमनायें । इन्तजार रहेगा अगली गज़ल का।निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-26135828329791412052010-07-01T19:40:04.346+05:302010-07-01T19:40:04.346+05:30उम्दा शायरी है...
आगाज़ का यह आलम है तो अंजाम क्या...उम्दा शायरी है...<br />आगाज़ का यह आलम है तो अंजाम क्या होगा...:)स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-58869960074498585102010-07-01T19:16:43.998+05:302010-07-01T19:16:43.998+05:30तेरी चाहत के दरिया में उतर कर सोचते हैं
कि इसके बा...तेरी चाहत के दरिया में उतर कर सोचते हैं<br />कि इसके बाद भी जीने का कोई रास्ता है !..<br /><br />शरीके हयात ने तो अपनी सादगी कुछ ही लफ़्ज़ों ... या यूँ कहूँ इतने लाजवाब शेर में उतार दी है .... ग़ज़ब की शेर है ....दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-14253727331835279902010-07-01T18:07:15.529+05:302010-07-01T18:07:15.529+05:30हसीं मंज़र है वो नज़रों में उसको कैद कर लो
इन्ही ल...हसीं मंज़र है वो नज़रों में उसको कैद कर लो<br />इन्ही लम्हों से सदियों का निकलता रास्ता है !<br /><br /><br /><br />उम्दा शेर है! बधाई!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-80385873331208538282010-07-01T17:45:13.725+05:302010-07-01T17:45:13.725+05:30पवन जी, बहुत अच्छे भाव हैं ग़ज़ल में.
हसीं मंज़र ह...पवन जी, बहुत अच्छे भाव हैं ग़ज़ल में.<br /><br />हसीं मंज़र है वो नज़रों में उसको कैद कर लो<br />इन्ही लम्हों से सदियों का निकलता रास्ता है !<br /><br />ये शेर बहुत पसंद आया है.!! दाद की हक़दार हैं "हमसफ़र"!<br /><br />तेरी चाहत के दरिया में उतर कर सोचते हैं<br />कि इसके बाद भी जीने का कोई रास्ता है !!<br /><br />अचानक वासिम साहब का एक शेर याद आ गया "...क्या इसके बाद भी दुनिया में कुछ पाना जरुरी है"<br />इंतज़ार है अगले पोस्ट का.Sulabh Jaiswal "सुलभ"https://www.blogger.com/profile/11845899435736520995noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-1577551096775043702010-07-01T17:32:54.956+05:302010-07-01T17:32:54.956+05:30बहुत बढिया !!बहुत बढिया !!संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-80814455250291660392010-07-01T16:57:49.814+05:302010-07-01T16:57:49.814+05:30सार्थक अभिव्यक्ति।सार्थक अभिव्यक्ति।आचार्य उदयhttps://www.blogger.com/profile/05680266436473549689noreply@blogger.com