tag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post905109987506835799..comments2023-08-12T16:22:34.016+05:30Comments on nazariya.....नजरिया.....: ......कुछ लोग हैं अब भी नगीने से !!Pawan Kumarhttp://www.blogger.com/profile/08513723264371221324noreply@blogger.comBlogger30125tag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-22324024072830374772011-09-18T18:13:13.588+05:302011-09-18T18:13:13.588+05:30बहुत प्रभावशाली, बोलती हुई ग़ज़ल है, वधाई ! विशेषक...बहुत प्रभावशाली, बोलती हुई ग़ज़ल है, वधाई ! विशेषकर ये शेर-<br />" यहाँ हर शख्स बेशक भीड़ का हिस्सा ही लगता है<br />मगर इस भीड़ में कुछ लोग हैं अब भी नगीने से !! "<br />अँधेरे में रोशनी को देक लेना बहुत सकारात्मक दृष्टिकोण है, यही सोच हमे जीने का साहस भी देती है, वधाई । डॅा. व्योमhttps://www.blogger.com/profile/10667912738409199754noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-39774251111642543232011-08-16T16:58:48.160+05:302011-08-16T16:58:48.160+05:30kamal ki gajal hai.mai esse zyada kya kahoon ki ap...kamal ki gajal hai.mai esse zyada kya kahoon ki apke jindagi ki sacchayi ko vayan karne ka ye andaj mujhe gajalon men interest lene ko majboor karta hai<br /> Brajesh Vinita Mansi Harishita $Siddharthbrajesh FAS98https://www.blogger.com/profile/12228741945243071921noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-42764900559144347532011-08-01T13:02:02.750+05:302011-08-01T13:02:02.750+05:30हर एक शेर लाजवाब,हर एक शेर लाजवाब,संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-48921382167639691312011-07-16T13:15:56.352+05:302011-07-16T13:15:56.352+05:30हर शेर खुद में मुकम्मल वाक़ई....!!
मगर
यहाँ हर श...हर शेर खुद में मुकम्मल वाक़ई....!!<br /><br />मगर <br /><b>यहाँ हर शख्स बेशक भीड़ का हिस्सा ही लगता है<br />मगर इस भीड़ में कुछ लोग हैं अब भी नगीने से !! </b><br />.<br /> और<br /><br /><b>समझता खूब हूँ जा कर कोई वापस नहीं आता<br />मगर एक आस पर ज़िन्दा हूँ मैं कितने महीने से !! </b><br /><br />यहाँ आ कर मन ठिठक जाता है।कंचन सिंह चौहानhttps://www.blogger.com/profile/12391291933380719702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-41933485305844658242011-07-13T18:29:34.180+05:302011-07-13T18:29:34.180+05:30बहुयामी नज़रिए की बेशकीमती पेशकश है ये ग़ज़ल!इस ग़...बहुयामी नज़रिए की बेशकीमती पेशकश है ये ग़ज़ल!इस ग़ज़ल का हर शेर लाजवाब है!kaushalhttps://www.blogger.com/profile/02886746833768392427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-31678128518968323182011-07-06T18:50:04.549+05:302011-07-06T18:50:04.549+05:30nice post..nice post..SHAYARI PAGEhttps://www.blogger.com/profile/01709899449717580329noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-88098101957843350992011-06-27T18:47:52.884+05:302011-06-27T18:47:52.884+05:30यहाँ हर शख्स बेशक भीड़ का हिस्सा ही लगता है
मगर इस ...यहाँ हर शख्स बेशक भीड़ का हिस्सा ही लगता है<br />मगर इस भीड़ में कुछ लोग हैं अब भी नगीने से <br /><br />खूबसूरत ग़ज़ल का ये बहुत प्यारा शेर<br />बस गुनगुनाता ही जा रहा हूँ ... वाह !!<br />मुबारकबाद कुबूल करेंdaanishhttps://www.blogger.com/profile/15771816049026571278noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-47093732357931373092011-06-24T19:08:24.946+05:302011-06-24T19:08:24.946+05:30रहें महरूम रोटी से उगायें उम्र भर फस्लें
मजा़क ऐसा...रहें महरूम रोटी से उगायें उम्र भर फस्लें<br />मजा़क ऐसा भी होता है किसानों के पसीने से !!<br /><br /><br />बंजर धरती से मैंने सोना उपजाया <br /><br />कूप और नलकूपों का इक जाल बिछाया <br /><br /><br /><br /><br />जीवन भर ढोया पानी, फिर भी प्यासा मै<br /><br />जीवन-संध्या की हूँ , घनघोर निराशा मै<br /><br /><br /><br /><br />देख-भाल कर मैंने हर कदम उठाया <br /><br />भटक रहे हर राही को, सदमार्ग दिखाया <br /><br /><br /><br /><br />कस्मे-वायदे-प्यार-वफ़ा की करी बंदगी <br /><br />पर-सेवा,पर-हितकारी यह रही जिंदगी <br /><br /><br /><br /><br />फिर भी कोई कमी काल सी कसक रही है<br /><br />अंतस में अन्जानी चाहत सिसक रही हैरविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-38452774185522510552011-06-24T18:27:37.911+05:302011-06-24T18:27:37.911+05:30पहली बार आया हू आपके ब्लॉग पर् अच्छा लगा
my blog ...पहली बार आया हू आपके ब्लॉग पर् अच्छा लगा <br />my blog link- <a href="http://www.samratbundelkhand.blogspot.com/" rel="nofollow">"samrat bundelkhand"</a>upendra shuklahttps://www.blogger.com/profile/15384897251827279177noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-17613725623825137872011-06-24T15:18:40.797+05:302011-06-24T15:18:40.797+05:30न पूछो कैसे हमने हिज्र की रातें गुजा़री हैं
गिरे ह...न पूछो कैसे हमने हिज्र की रातें गुजा़री हैं<br />गिरे हैं आँख से आँसू उठा है दर्द सीने से !! <br /><br /><br />हर एक शेर लाजवाब,बेमिसाल, बधाइयाँAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/18094849037409298228noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-8418062480838711512011-06-24T14:25:43.963+05:302011-06-24T14:25:43.963+05:30सारी बंदिशें अच्छी हैं जी।सारी बंदिशें अच्छी हैं जी।Rajeyshahttps://www.blogger.com/profile/01568866646080185697noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-78773680421172961852011-06-24T14:23:10.486+05:302011-06-24T14:23:10.486+05:30यहाँ हर शख्स बेशक भीड़ का हिस्सा ही लगता है
मगर इस...यहाँ हर शख्स बेशक भीड़ का हिस्सा ही लगता है<br />मगर इस भीड़ में कुछ लोग हैं अब भी नगीने से ..<br /><br />बहुत खूब शेर है इस लाजवाब गज़ल का ... सच है अपने आप को भीड़ से बचाए रखना आसान नहीं होता ... नगीने की तरह चमकना भी तो आसान नहीं होता ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-62116224935945840782011-06-24T11:35:40.108+05:302011-06-24T11:35:40.108+05:30भईया (गुरदेव ) कमाल कर दिया
आपने पूरी जिन्दगी की ...भईया (गुरदेव ) कमाल कर दिया<br />आपने पूरी जिन्दगी की हकीकत बयां कर दी चन्द पंक्तियों में<br />हर किरदार को बहुत ही खूबसूरती उकेरा है "भविष्य के गुजार आप है "<br />इस ग़ज़ल में तो में भ्रम में पढ़ गया हूँ मेरी स्थिति ठीक वैसी ही है जैसे ईख के खेत में<br />घुस कर गन्ने छांटना .....|<br />सारे सेर नगीने है<br />हमतो तुच्छ सफीने है<br />फिर भी<br />मतला बेहद उम्दा है<br />यह सेर बहुत अच्छा है<br />न पूछो कैसे हमने हिज्र की रातें गुजा़री हैं<br />गिरे हैं आँख से आँसू उठा है दर्द सीने से !!<br />दिल को छूता सेर......<br />यहाँ हर शख्स बेशक भीड़ का हिस्सा ही लगता है<br />मगर इस भीड़ में कुछ लोग हैं अब भी नगीने से !!<br />लाजबाब........पेशकश<br />रहें महरूम रोटी से उगायें उम्र भर फस्लें<br />मजा़क ऐसा भी होता है किसानों के पसीने से !!<br />और इस पर में कुर्बान.......|<br />कभी द़र्जी, कभी आया, कभी हाकिम बनी है माँ<br />नहीं है उज़्र उसको कोई भी किरदार जीने से !!<br />गर आप पास होते तो आपके श्री चरणों को चूम कर आशीर्वाद जरुर ले लेता<br />प्रणाम स्वीकारेंPushpendra Singh "Pushp"https://www.blogger.com/profile/14685130265985651633noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-22548345534579325382011-06-24T10:12:04.731+05:302011-06-24T10:12:04.731+05:30DEAR CHACHA JI,
THANK FOR YOUR BLESS...DEAR CHACHA JI,<br /> THANK FOR YOUR BLESSINGS AND LOVE....YOUR EVERY COMMENT IS LIKE TORCH-BEARER FOR MY LIFE.......AND BLOG ALSO !!!!<br />WITH LOVE !!!!<br /><br /><br />FOR MY BLOG-<br />[http//- Success-aneverendingpleasentjourney.<br />blogspot.com]SACHIN SINGHhttps://www.blogger.com/profile/05929538242187806238noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-28553382852867111772011-06-24T09:24:30.997+05:302011-06-24T09:24:30.997+05:30टिप्पणी देकर प्रोत्साहित करने के लिए बहुत बहुत शुक...टिप्पणी देकर प्रोत्साहित करने के लिए बहुत बहुत शुक्रिया!<br />मेरे नए पोस्ट पर आपका स्वागत है-<br />http://seawave-babli.blogspot.com/Urmihttps://www.blogger.com/profile/11444733179920713322noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-13337335635548264732011-06-24T08:17:43.791+05:302011-06-24T08:17:43.791+05:30यहाँ हर शख्स बेशक भीड़ का हिस्सा ही लगता है
मगर इस ...यहाँ हर शख्स बेशक भीड़ का हिस्सा ही लगता है<br />मगर इस भीड़ में कुछ लोग हैं अब भी नगीने से !!<br /><br />नगीने से ही शब्द जड़े हैं इस ग़ज़ल में ...<br />शानदार !वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-7118529930540620082011-06-24T03:24:23.886+05:302011-06-24T03:24:23.886+05:30सच्ची बात.सच्ची बात.Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-80863331744953675172011-06-23T18:00:07.213+05:302011-06-23T18:00:07.213+05:30bahut achhi ghazal haibahut achhi ghazal haimanishshuklahttps://www.blogger.com/profile/02226554037634166929noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-54565360567851753202011-06-23T14:14:04.268+05:302011-06-23T14:14:04.268+05:30behad khoobsoorat , ek jagah kuchh atak rahaa hai ...behad khoobsoorat , ek jagah kuchh atak rahaa hai ...mai hoo jinda kitne maheene se ...generally maheenon se kaha jata hai ..ab pataa nahi kisi aur ko bhi aisa laga ya nahi ....muaaf keejiyega ...शारदा अरोराhttps://www.blogger.com/profile/06240128734388267371noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-84661716634650646462011-06-23T13:45:47.747+05:302011-06-23T13:45:47.747+05:30यहाँ हर शख्स बेशक भीड़ का हिस्सा ही लगता है
मगर इस...यहाँ हर शख्स बेशक भीड़ का हिस्सा ही लगता है<br />मगर इस भीड़ में कुछ लोग हैं अब भी नगीने से !!<br />kamaal haiरश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-17917114585400048272011-06-23T13:24:48.346+05:302011-06-23T13:24:48.346+05:30आज आपकी पोस्ट की चर्चा यहाँ भी है .....
मैं समय ...आज आपकी पोस्ट की चर्चा यहाँ भी है .....<br /><br /><br /><a href="http://tetalaa.nukkadh.com/2011/06/blog-post_23.html" rel="nofollow">मैं समय हूँ ...आज के कुछ खास चिट्ठे ...आपकी नज़र .</a>संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-52467946876817063352011-06-23T12:13:39.122+05:302011-06-23T12:13:39.122+05:30न पूछो कैसे हमने हिज्र की रातें गुजा़री हैं
गिरे ह...न पूछो कैसे हमने हिज्र की रातें गुजा़री हैं<br />गिरे हैं आँख से आँसू उठा है दर्द सीने से !!<br />यहाँ हर शख्स बेशक भीड़ का हिस्सा ही लगता है<br />मगर इस भीड़ में कुछ लोग हैं अब भी नगीने से!!<br /> बहुत सुन्दर पंक्तियाँ! हर एक शेर एक से बढ़कर एक है! शानदार और लाजवाब ग़ज़ल! उम्दा प्रस्तुती!Urmihttps://www.blogger.com/profile/11444733179920713322noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-13414361438069811322011-06-23T09:29:54.136+05:302011-06-23T09:29:54.136+05:30खूबसूरत पंक्तियाँ
यहाँ हर शख्स बेशक भीड़ का हिस्...खूबसूरत पंक्तियाँ <br /><br />यहाँ हर शख्स बेशक भीड़ का हिस्सा ही लगता है<br />मगर इस भीड़ में कुछ लोग हैं अब भी नगीने से !!www.navincchaturvedi.blogspot.comhttps://www.blogger.com/profile/07881796115131060758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-79956323482783204562011-06-23T06:57:56.911+05:302011-06-23T06:57:56.911+05:30इस जद्दोज़हद का नाम ही तो जीवन है। बहुत शानदार गज़...इस जद्दोज़हद का नाम ही तो जीवन है। बहुत शानदार गज़ल लगी, जिन्दगी से जुड़ी हुई।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1230703632887811097.post-88903161462879025142011-06-23T06:09:54.629+05:302011-06-23T06:09:54.629+05:30"KABHI DARJI,KABHI AAYA, KABHI HAAKIM BANI HA..."KABHI DARJI,KABHI AAYA, KABHI HAAKIM BANI HAI MAA,<br />NAHI HAI URJ USKO KOI BHI KIRDAAR NIBHANE MEIN".......<br /><br />THESE BEAUTIFUL LINES EXPRESS BEAUTIFUL TEACHINGS- EVERY PERSON SHOULD PLAY HIS ROLE PASSIONATELY WITHOUT ANY EXCUSES....<br /><br />DEAR CHACHA JI,YOUR EVERY LINE EXPRESS THE GREAT TRUTHS OF LIFE...<br />WITH ENDLESS LOVE AND PRAYERS....SACHIN SINGHhttps://www.blogger.com/profile/05929538242187806238noreply@blogger.com