मन बहुत उदास है। मुंबई में आतंकी हमले में सैकड़ों लोगों की ,तमाम पुलिस अफसरों की जानें गयी और ताज होटल, ट्राईडेंट ,नरीमन प्वाइंट जैसे स्थानों के अलावा धरोहरस्वरुप कई पुरानी इमारतों का नुकसान हो गया.निरीह जनता का खून यहाँ बेवज़ह क्यों बहता है. यह क्या हो गया है आमची मुंबई को, किसकी नज़र लगी है इस शहर को कुछ समझ नही आता..... समस्त दिवंगत आत्माओं को हमारी हार्दिक श्रद्धांजलि.
हे ईश्वर, अमन चैन के दुश्मन इन चरमपंथिओं को सदबुद्धि दो. मानवता की यही पुकार है.....
हे ईश्वर, अमन चैन के दुश्मन इन चरमपंथिओं को सदबुद्धि दो. मानवता की यही पुकार है.....