मन बहुत उदास है। मुंबई में आतंकी हमले में सैकड़ों लोगों की ,तमाम पुलिस अफसरों की जानें गयी और ताज होटल, ट्राईडेंट ,नरीमन प्वाइंट जैसे स्थानों के अलावा धरोहरस्वरुप कई पुरानी इमारतों का नुकसान हो गया.निरीह जनता का खून यहाँ बेवज़ह क्यों बहता है. यह क्या हो गया है आमची मुंबई को, किसकी नज़र लगी है इस शहर को कुछ समझ नही आता..... समस्त दिवंगत आत्माओं को हमारी हार्दिक श्रद्धांजलि.
हे ईश्वर, अमन चैन के दुश्मन इन चरमपंथिओं को सदबुद्धि दो. मानवता की यही पुकार है.....
हे ईश्वर, अमन चैन के दुश्मन इन चरमपंथिओं को सदबुद्धि दो. मानवता की यही पुकार है.....
8 टिप्पणियां:
"यही हाल शायद सभी भारतीय नागरिक का होगा और इसी असमंजस की स्थति भी, हर कोई आज अपने को लाचार बेबस महसूस कर रहा है और रो रहा है अपनी इस बदहाली पर ...समस्त दिवंगत आत्माओं को हमारी हार्दिक श्रद्धांजलि.
"
अपनी एक जुटता का परिचय दे रहा हैं हिन्दी ब्लॉग समाज । आप भी इस चित्र को डाले और अपने आक्रोश को व्यक्त करे । ये चित्र हमारे शोक का नहीं हमारे आक्रोश का प्रतीक हैं । आप भी साथ दे । जितने ब्लॉग पर हो सके इस चित्र को लगाए । ये चित्र हमारी कमजोरी का नहीं , हमारे विलाप का नहीं हमारे क्रोध और आक्रोश का प्रतीक हैं । आईये अपने तिरंगे को भी याद करे और याद रखे की देश हमारा हैं ।
ishvar se pukar kar man ko thodee sahnti mil jaatee hai.
हे ईश्वर, अमन चैन के दुश्मन इन चरमपंथिओं को सदबुद्धि दो.main bhee ise duharaana chahataa hoon.
मन तो उदास रहेगा ही. आइये हमारी नई पोस्ट का आनंद लीजिये..........मन तो हमारा भी उदास है इस कारण अपनी दीदी की कविता लिखी है.
http://kumarendra.blogspot.com
Shok ki is ghadi me sab ko ek sath khade hone ki jarurat hai.
ये एक दुःख की घडी है. इसका सामना हम सबको मिल कर करना होगा और अपनी एकजुटता बनाये रखनी होगी.
आप ने अपना कीमती समय मेरे ब्लॉग को भी दिया आभारी हूँ. नेट पर कम ही आता हूँ. कभी आपकी शुक्रगुजारी अदा न कर पाऊँ तो माफ़ कर दीजियेगा.
मुरादनगर ठीक ही है. क्या आप उस जगह को जानते हैं या वहां से कोई सम्बन्ध है. कृपया बतियेगा ज़रूर
सभी दिवंगत आत्माओं को हार्दिक श्रद्धांजलि.
एस डी एम् साहेब /अब कुछ लिखिए
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